Sad Shayari in Hindi (100+) – दर्द भरी शायरी, तन्हाई, बेवफाई और ज़िंदगी पर शेर

Niraj kumar
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Sad Shayari in Hindi (100+) – दर्द भरी शायरी, तन्हाई, बेवफाई और ज़िंदगी पर शेर

Sad Shayari in Hindi (100+) – दर्द भरी शायरी, तन्हाई, बेवफाई और ज़िंदगी पर शेर

Updated: August 18, 2025 • Category: Sad Shayari

Sad Shayari banner – दर्द भरी शायरी
Sad Shayari – दिल से लिखी हुई दर्द भरी पंक्तियाँ

यहाँ आपको Sad Shayari in Hindi का चुनिंदा संग्रह मिलेगा—वक़्त, ज़िंदगी, तन्हाई, और बेवफाई पर दिल छू लेने वाली पंक्तियाँ। इन्हें आप स्टेटस, कैप्शन या मैसेज के रूप में सीधे कॉपी‑पेस्ट कर सकते हैं।

वक़्त • ज़िंदगी • सुकून

  1. जब से हो तुम मिले, सुकून‑ए‑ज़िंदगी बन गए।
  2. Waqt, zindagi, sukoon — तुम से ही सब अर्थ मिला।
  3. जिन राहों में तुम थे, वहीँ मेरी मंज़िलें निकलीं।

दर्द • तन्हाई

  1. दर्द भरी रात, तन्हाई का साथ; आँसू की बूँदें, रूह का आग़ाज़।
  2. दिल के ज़ख्म भरने लगे हैं, आँखों में ख्वाब मरने लगे हैं।
  3. दर्द की गहराई को कोई न समझेगा, ज़ख्म‑ए‑दिल की कोई दवा न देगा।
  4. बेवफ़ाई का सिलसिला चलता रहेगा, दिल में दर्द का अफ़साना पलता रहेगा।
  5. तन्हाई का अँधेरा छा गया है, आँखों में नमी‑सी आ गयी है।
  6. दिल की दुनिया में उदासी छा गयी है, किसी ने चाहा ही नहीं — यही बात समझा गयी है।
  7. ज़िंदगी की राहों में दर्द मिलेंगे, दिल में उम्मीदों के सहर मिलेंगे।
  8. वो छोड़ गए हैं मुझे तन्हा; दिल में अँधेरा, आँखों में बहार।
  9. टूटा हुआ दिल किसी काम का नहीं, ज़ख्म खुद ही गहरा — किसी मरहम का नहीं।
  10. दर्द भरी ज़िंदगी का सिलसिला चलता रहेगा, दिल में हमेशा एक गिला पलता रहेगा।
  11. रूठ गए हो तो कुछ भी नहीं, अपनी ही दुनिया में तन्हा रही।
  12. किसी की याद में रोते हैं हम, मगर उन्हें याद करने की कोई वजह नहीं।
  13. आँसू बहाने से हासिल क्या, दिल का दर्द कम हो तो भी कम नहीं।
  14. कोई तो खुदा से भी पूछे, मेरे दिल का दर्द क्यों बढ़े जाए।
  15. तुम्हारे जाने से ज़िंदगी रुकी नहीं, पर दिल के दर्द को कोई समझे तो सही।
  16. तन्हा रहना ही अब मेरा नसीब; हर मोड़ पर दर्द ही मिला मुझे।
  17. क्या फ़ायदा है आँसुओं का बहना, दिल का दर्द किसी तक पहुँचाना नहीं।
  18. लम्हों की खुशियाँ थीं कितनी कम, आज तन्हाई ने जीने का अंदाज़ बदल दिया।
  19. दर्द की राहें हर जगह हैं, दिल में बस खुद ही खुदा है।
  20. क्या कहूँ दर्द का एहसास है ये, दिल टूटा है — बस आवाज़ है ये।
  21. अकेलेपन से गुजरते हम, दिल में बस एक तन्हाई हमारी।
  22. कुछ उम्मीदों का साथ छूट गया, दिल में बस एक दर्द रह गया।
  23. खुद से भी ज़्यादा तन्हा है दिल, ज़ख्मों की गहराई में दफ़्न है दिल।
  24. दिल की दुनिया में उदासी छा गयी, ज़ख्मों का सिलसिला जारी रहा।
  25. आँखों में नमी, दिल में उदासी — ज़िंदगी ने दिया है ऐसा साथ।
  26. किसी की याद में रोया है दिल, ज़ख्म नीले रंग में दिखा गया।
  27. ज़िंदगी की राहों में तन्हा चला गया, दिल के अरमानों को खून में बहा गया।
  28. अकेलेपन का एहसास बहुत भाता — हर मोड़ पर ज़िंदगी से हार जाता।
  29. हर मोड़ पे दर्द है साथ, दिल का हर ज़ख्म कहता — अभी तो बात बाकी है।
  30. दिल से जुदा होकर तन्हा है ज़िंदगी, आँखों में आँसुओं का मोती‑सा जज़्बा।
  31. आँसुओं की गहराई में बसा है दर्द, दिल का हर ज़ख्म अफ़साना बन गया।
  32. किसी ने चाहा ही नहीं, दिल को समझा ही नहीं — दर्द भरी ज़िंदगी में तन्हा ही सही।
  33. ज़िंदगी के सफ़र में दर्द का सिलसिला चलता रहेगा, दिल में हमेशा एक आस की ज्वाला जलती रहेगी।
  34. आँसुओं की गहराई से बड़ा है दर्द, दिल का हर ज़ख्म दास्ताँ बन गया।
  35. किसी की याद में दिल रोया, ज़ख्म जैसे आसमान से गिरा।
  36. बेवफ़ाई का सिलसिला जारी है, दिल का हर ज़ख्म गहरा है।
  37. अकेलेपन के आलम में खोया दिल, ज़िंदगी के सफ़र में कुछ न पाया।
  38. दिल के हर दर्द को कोई न समझेगा, आँसुओं की बूँद को कोई न समझेगा।
  39. ज़िंदगी में तन्हाई का सिलसिला चलता रहेगा, दिल में हमेशा एक उदासी पलती रहेगी।
  40. दिल का दर्द छुपाना है मुझको, आँसुओं की बूँदें दिल को समझा गईं।
  41. ज़ख्म‑ए‑दिल कितने गहरे — दिल की दुनिया में कितने राज़।
  42. आँसुओं की बूँदें तन्हाई को समझेंगी, दिल का दर्द कोई कभी न समझेगा।
  43. दिल के दर्द को कैसे बयान करें, आँसुओं की बूँदें ही कहानी बन गईं।

बेवफाई

  1. अकेलेपन का अँधेरा छा गया, दिल के ज़ख्म खुद ही याद दिला गए।
  2. आँखों में नमी, दिल में दर्द; ज़िंदगी की राहों में तन्हाई साथ।
  3. किसी ने दिल से जुदा कर दिया, ज़ख्म अब भी दर्द से भरा हुआ।
  4. बेवफ़ाई के साथ दर्द है साथ, दिल का हर ज़ख्म खुद ही कह रहा।
  5. आँसुओं की गहराई में दर्द है छुपा, दिल के हर ज़ख्म पर इश्क़ का निशान।
  6. किसी की याद में रोया ये दिल, ज़ख्म अब भी नीले रंग में चमक रहा।
  7. हर मोड़ पे दर्द है साथ — कहानी अभी भी बाकी है।
  8. दूर होकर भी तुम पास, पर दिल का सन्नाटा बेज़ुबान।
  9. जितना समझाया खुद को, उतना ही दिल बिखरता गया।
  10. आज भी नाम तुम्हारा होठों पर, पर आँखों में भीगी कहानी है।

नोट: यह कंटेंट मूल/यूनिक शब्दावली में प्रस्तुत है। कॉपी‑पेस्ट/स्पन टेक्स्ट से बचें—यही इंडेक्सिंग और रैंकिंग में मदद करता है।

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